तीन बंदर
तीन बंदर
गांधी जी के तीन बंदर
देते हैं जीवन का मंतर।
बुरा मत देखो
बुरा मत सुनो
बुरा मत कहो।
पहले भी जरूरी था
आज भी जरूरी है
यह जीवन का मंतर।
जीवन सिर्फ अपने लिए
नहीं जिया जाता,
समाज के लिए भी
अपना कुछ कर्तव्य होता है।
जग में और जीवन में
सुख शांति लाने के लिए
जरूरी है यह मंतर,
बुरा मत देखो
बुरा मत सुनो
बुरा मत कहो
जो कहते हैं
गांधी जी के बंदर।