स्वतंत्रता एक नजरीया
स्वतंत्रता एक नजरीया
तुम एक डटे आगे पथ पर जब तक
विश्वास रखो हम शून्य है पीछे खड़े
नगण्य है पर अस्तित्वहीन नहीं
पर तुम्हें अकेला नहीं छोडे्ंगे पल भर
तुम सीने पर घाव लेते हो
ताकी सांस ले सके हम
सीना हमारा भी छलनी होता है
तिरंगे में लपटी हुई तुम्हारी छब देखकर
तुम एक डटे आगे और हम शून्य है पीछे खड़े
तुम हम मिल के ही दस, सहस्त्र, लक्ष है...
साथ है यही ताकत है हमारी
और दुनिया मायने में कीमत है हमारी
ना टूटोगे तुम कभी पूरा यकीन है सबको
विश्वास रखो टूटेंगे हम भी नहीं
तुम जीत लाओगे जो भी हमसे छीन गया है
इस जीत को हम ले बढ़ेंगे उन्नति की दिशाओं में