STORYMIRROR

maahi mehra

Inspirational

4.5  

maahi mehra

Inspirational

सुन्दर सी रचना है माँ

सुन्दर सी रचना है माँ

1 min
378


जिसने हर दुख मे दर्द में साथ निभाया

कभी ना छोडा़ साध हमारा

हर वक़्त जिसने दिया सहारा

हर लम्हा बस रहे खयाल हमारा

वो सुन्दर सी रचना है माँ


लोरी की धुन, सगीत का स्वर है माँ

सुनना जिसे सारा जग चाहे, 

अपनों की तकलीफ में तडप जाती है वो

अपना ख्याल का होश रहता ना उसको

वो सुन्दर सी रचना है माँ


भगवान भी बड़ा पछताया होगा

जब उसने माँ को बनाया होगा! 

ईश्वर का काम था प्रेम देना

माँ की दुलार ने वो भी कर दिया

ईश्वर का काम था दुख हरना

माँ की गोद ने वो भी कर दिया

ईश्वर का काम था रक्षा करना

माँ के आचंल ने वो भी कर दिया

हर

रिश्ते, हर बंधन की डोर है माँ

हर जग की जननी है माँ

वो सुन्दर सी रचना है माँ


माँ के चरणों में स्वर्ग है, 

माँ की ममता में स्नेह का सागर

माँ के गुस्से में पर्वाह, 

माँ की डाट में ढेर सारा दुलार

वो सुन्दर सी रचना है माँ


हमने जब से होश संभाला

तब से माँ ने हमें सभंला! 

कई राते जागी होगी ,अपने बच्चों की खातिर

ना जाने कितने दर्द सहे होगे

सिर्फ हमे जन्म देने के लिए

कई बार भूखी भी सोई होगी

हमे पेट भर खिलाने के लिए

फिर भी उफ़ तक ना करती है माँ

अपनो से प्यार खुद से भी ज़्यादा करती है माँ

वो सुन्दर सी रचना है माँ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational