STORYMIRROR

Ekta Rishabh

Inspirational

4  

Ekta Rishabh

Inspirational

सुन्दर मन भी देखो ना !

सुन्दर मन भी देखो ना !

1 min
203

सबको चाहिये..सुन्दर चेहरा, सुन्दर तन..

क्या किसी को दिखता नहीं हम औरतों का सुन्दर मन..?

खूबसूरती की दी कितनी परिभाषा...


गोरा रंग, सुन्दर तन...क्या किसी को दिखता नहीं

हम औरतों का सुन्दर मन...?

कब निकलोगे इस झूठ के बुलबुले से कब देखोगे?

कब देखोगे हम औरतों का सुन्दर मन ?


कब तक परखोगे हमें हमारे शारीरिक आवरण...

कब तक करोगे शारीरिक आलोचना..?

कभी तो मन की आँखों को भी खोलो ना ...

कभी तो मन की आँखों से देखो हमारे सुन्दर मन को भी...


कभी तो सुन्दर चेहरा, सुन्दर तन नहीं हम

औरतों का सुन्दर मन भी देखो ना..


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational