स्त्री
स्त्री
चेहरा खुशहाल है,
पर उसकी आँखो मे नमी है।
जैसे पूर्णता में
बस थोडी-सी कमी है।
हँसाती है सबको,
पर उसके दिल में उदासी है।
उसकी झुकी हुई पलकें,
इस बात की साक्षी है।
शरमों, हया...या शालीनता,
उसकें थरकतें होंठ, या घबराया मन,
क्याँ है उससे अनजान है,
पर हां.....उसकी चमकती आँखो में
अभी भी.....नमी है।
