संकल्प
संकल्प
खाली संकल्प निर्रथक होगा,
खाली विजय अनर्थ होगा,
खाली मधुरता किसको भाए।
सब चाहते कौन चाहे,
दिये का जलना हवा का रूकना,
सार्थक होगा, सार्थक होगा।
खाली पहर क्या पहरा होगा,
खाली चोर ही क्यों मोहरा होगा,
खाली पीर क्या कबीरा गाए।
सब मटके भरे कौन चाहे,
प्याले का टूटना,
मधुशाला का ढुलना,
सार्थक होगा, सार्थक होगा।
खाली चीखें शांति कब होगा,
खाली चुप्पी कहो क्रांति कब होगा,
खाली चौराहें क्यों खाली राहें,
मरते लुकते खाली स्वार्थ में,
यार कौन जीना चाहे।
अब कर संकल्प,
हर पल जब संकल्प,
तभी है संकल्प,
सार्थक होगा, सार्थक होगा।
