सिर्फ मेरे होकर रहो
सिर्फ मेरे होकर रहो
वो हमसे कहते रहते हैं कि,
आप सिर्फ मेरे होकर रहो।
पल-पल बस मुझे देखकर,
प्यार की शायरी करते रहो।
हमनें भी उनसे कहा मोहतरमा,
पहले प्यार का इज़हार तो करें।
हमारे दिल पर तो कब्जा किया,
अपने दिल पर हमें भी करने दो।
इस धरती पर लाखों चाँद से चेहरे,
अपने चौदहवीं के चांँद को ही चाहे।
आज हम भी कुछ कह ही देते हैं,
क्या तुम सिर्फ मेरे होकर रहोगे।

