शिव
शिव


त्रिनेत्र से त्रिदेव कहलाए
शांति-भाव से भोला कहलाए।।
योग से विश्व-गुरु कहलाए
अंतर्ध्यान में तीनों लोक समाए।।
शिव, धरा से अंबर तक समाए
चारों दिशाओं में ओम समाए।।
शिव, सनातन की पहचान कराएं
संस्कृत-संस्कार आगे बढ़ाएं।।
त्रिनेत्र से त्रिदेव कहलाए
शांति-भाव से भोला कहलाए।।
योग से विश्व-गुरु कहलाए
अंतर्ध्यान में तीनों लोक समाए।।
शिव, धरा से अंबर तक समाए
चारों दिशाओं में ओम समाए।।
शिव, सनातन की पहचान कराएं
संस्कृत-संस्कार आगे बढ़ाएं।।