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Deepak Mandrawal

Others

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Deepak Mandrawal

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Shiva

Shiva

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भोले शंकर जपे निरंतर।

ओम-ओम की ध्वनि से।।


भूत+वर्तमान+भविष्य।

बंधा ओम की ध्वनि से।।


भोले हैं भंडारी है।

तीनो लोक के स्वामी हैं।।


ब्रह्मांड,सृष्टि कुछ भी कह लो।

कण-कण में महादेव की दृष्टि है।।


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