शिव शंकर
शिव शंकर
कल्याणमयी
शशिधर गंगाधर
शूलपाणी खटवांगी त्रिलोकेश
अविलंब नाम
महादेव।
त्रिपुरारी
शिव शंकर
माया के अधीश्वर
आनंदस्वरूप गौरीपति
भगवान।
महाकाल
शूलपाणी पिनाकी
सर्वज्ञ परमात्मा परमेश्वर
ललाटाक्ष नीलकंठ
अंबिकानाथ।
जटाधारी
करते कल्याण
हरते हर संकट
भक्तवत्सल त्रिपुरारी
देवाधिदेव।
वामांग
विराजे गौरा
काशी में विराजे
सबके नाथ
विश्वनाथ।
तुमको
पूजे भोलेनाथ
मांगे अचल सुहाग
अमर करो
अमरनाथ।
