शब्दों के मायने
शब्दों के मायने
शब्द चिरकाल तक
अपनी सौंदर्यता को बखूबी
बनाए रखते हैं
ये न कभी बूढ़े होते हैं
न इनमे शिकन आती है
हां लेकिन कभी-कभी
पढ़ने वाले की ढलती उम्र
और सोच में
उन शब्दों के मायने बदल जाते हैं।
शब्द चिरकाल तक
अपनी सौंदर्यता को बखूबी
बनाए रखते हैं
ये न कभी बूढ़े होते हैं
न इनमे शिकन आती है
हां लेकिन कभी-कभी
पढ़ने वाले की ढलती उम्र
और सोच में
उन शब्दों के मायने बदल जाते हैं।