शायरी
शायरी
सब्र रख ये मुसीबत के दिन भी गुजर जायेंगे ।
जो आज मुझे देखकर हंसते थे, कल मेरी कामयाबी पर देखते ही रह जायेंगे ।
विकल्प मिलेंगे बहुत मार्ग भटकने के लिए ।
संकल्प एक ही काफी है , मंजिल तक जाने के लिए ।
इसे अपनाना है , अपने मंजिल को पाना है ।