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ritesh deo

Abstract

4  

ritesh deo

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सब कुछ बदल जायेगा

सब कुछ बदल जायेगा

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ऐसे मायूस होकर बैठोगे जो,

तो कैसे हां चल पाएगा।।

मत भूलो तुम्हारे पीछे बैठे है कुछ लोग,

तुम इतनी जल्दी जो हार मानोगे 

तो उनको कौन समझाएगा


हालात माना बद से बदतर है,

तुम नहीं मुस्कराए तो कौन

सबके चेहरे पर मुस्कान वापस लाएगा।।


दौर है ये ऐसा कि अपने भी पास आते नहीं

माना पास नहीं आ सकते हो लेकिन मन में ईर्ष्या ना लाना तुम,

तुम जो ना पूछोगे अपनो का हाल तो,

कौन उनको अपनत्व का एहसास कराएगा


वक्त के साथ बदलना नहीं,

वक्त के साथ ढलना सीखो।

वरना दुनिया को कौन बचाएगा।।


देखो चारो तरफ अपने सबको आज जरूरत है,

मजबूरी है कि पास से नहीं साथ दे सकते ,

लेकिन दूर से उनके साथ रहो ।।


ये कोरोना बीमारी महामारी है,

मास्क लगाओ, दूरी बनाओ,

सावधानी बरतें ये ही सबसे बड़ी वैक्सीन हमारी है।।

वक्त अवश्य बुरा है यकीन मानो

सब कुछ बदल जाएगा।।


सुरक्षित रहे सभी।

और जो लोग करोना से संक्रमित है।

उनसे हीनभावना नहीं उन्हें अपनत्व का एहसास कराए।।


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