सैनिक
सैनिक


आये यदि चीनी सीमा पर , उन्हें सूट करना ।
सैनिक सावधान रहना ।।
वो भी सैनिक वेश में होगें, आग्नेय अस्त्र लेकर ।
मात्रभूमि के मान को रखना, उन्हें दण्ड देकर।।
जीते जी जस भाजन होगें , मरें स्वर्ग रहना ।
तुम बाहु हो ब्रह्मावर्त की, आर्यावर्त की शान ।
तेरे ही कारण बढ़ता है , हिन्दुस्तान का मान ।।
गौरवमय निज कर्म निरत हो ,सिर ऊंचा रखना ।
कभी शीत के झंझावत से , न तन तेरा कापेंगा ।
लख अदम्य साहस को तेरा , शत्रु भी कापेंगा ।।
नापेगा वह कदम पलट कर , तुम बढ़ते रहना ।
गर्व देश करता है तुम पर भारत माँ की धड़कन ।
तेरे विजय मार्ग पर कोई आये न कभी अड़चन ।।
वीर बधूटी तिलक व चंदन आशीष सिर धरना ।