राष्ट्रीय पिता कहलाते हैं....
राष्ट्रीय पिता कहलाते हैं....
जब कोई गीत सुनाते हैं,
महात्मा गांधी जी ही हैं,
जो राष्ट्र पिता कहलाते हैं...
सादा खाओ, सादा पहनो ,
जब देश को यह बतलाया था,
चरखे की पूनी से,
फिर सादापन निकल के आया था,
ऐसा हर एक शख्स के मन में,
प्यार का दीप जलाते हैं,
महात्मा गांधी जी ही हैं,
जो राष्ट्र पिता कहलाते हैं....
सत्य और अहिंसा का भी ,
पाठ जिन्होंने पढ़ाया था,
स्वच्छता और स्वदेशी का भी ,
नारा जिसने लगाया था,
डांडी मार्च किया बापू ने,
साबरमती संत कहलाते हैं,
देश को आज़ाद कराने वाले,
राष्ट्र पिता कहलाते हैं.....
साबरमती के संत जो ,
दुनिया में जाने जाते हैं,
वही हैं, वहीं तो हैं,
जो राष्ट्र पिता कहलाते हैं.....
