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Sunil Kumar

Inspirational

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Sunil Kumar

Inspirational

प्रेरणा पति की

प्रेरणा पति की

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प्रेरणा पति की बनना तुम 

सुख-दुःख मिलकर सहना तुम।


मैल कोई मन में न रखना तुम

मिल जुलकर सबसे रहना तुम।


सदकर्मों में चित लगाना तुम

व्यर्थ कभी समय न गवांना तुम।


मन-वचन-कर्म से रहना पवित्र तुम 

कटु वचन किसी को न कहना तुम।


सुख-दुःख की संगी बनना तुम

कठिन समय धीरज धरना तुम। 


निंदा-चुंगली से सदा बचना तुम 

कठपुतली कभी न बनना तुम।


बहकावे में किसी के न आना तुम

पत्नी धर्म सदा निभाना तुम।



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