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Kavita Maithani Bhatt

Inspirational

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Kavita Maithani Bhatt

Inspirational

प्रेम की वायु

प्रेम की वायु

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सुनो....

जहां गहरा जुड़ाव हो

नाराजगी भी लाजमी है

पर नाराजगी को 

हावी न होने देना प्रेम पर

नाराजगी की गठरी को

खुला छोड़ देना 


ताकि प्रेम की वायु घुल जाये इसमें

और मिट जायें सब गिले शिकवे।

बांधकर न रखना इसे।


याद रखना कि रूठने के साथ 

मनाना भी होता है

कहीं ऐसा न हो

कि फिर वक्त ही फिसल जाये हाथों से

और हम कोसते रहें खुद को तमाम उम्र।


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