पल दो पल की खुशी हमे दुखो से उबारती है
पल दो पल की खुशी हमे दुखो से उबारती है
खुश रहना हमे स्वस्थ जीवन है देता, पल दो पल की खुशी हमे दुखो से है उबारती,
खुश रहना भी है एक कला,जिसको सीखने के बाद जिंदगी आसान हो है जाती,
कुछ लोगों को हमने है देखा,वह हमेशा भूतकाल कि घटनाओं को याद कर दुखी होते है रहते,
भूतकाल की अप्रिय घटनाए हमें दुखी है करती,भूतकाल की यह धटनाए हमे अनेक बीमारियां है देती,
अप्रिय घटनाए हमारे अंदर नकारात्मक विचार पैदा है करती,यह हमारे भविष्य की प्रगति को भी बाधित है करती,
जो मनुष्य जितना जल्दी अप्रिय घटनाओं को भुला है देते,उनकी जिंदगी उतनी ही आसान हो है जाती,
जिंदगी को जीना सीखना है होगा,जिंदगी में खराब पलो को भुलाना भी सीखना है होगा,
जिंदगी जीना भी है एक कला,इसे हर व्यक्ति को सीखना होगा,
हर पल जिंदगी में खुशी को पाने का प्रयास करना होगा, नकारात्मकता को अपने जीवन से भगाना होगा,
दुख के हर पल जिंदगी को कम हैं करते,खुशी के हर पल जिंदगी को है बढ़ाते,
नकारात्मकता व्यक्ति का विकास है रोकती ,सकात्मकता प्रत्येक व्यक्ति का विकास है करती,
बिना किसी कारण खुश रहना भी है मुश्किल,लेकिन खुश कैसे रहे,यह भी सीखना होगा,
खुश रहना हमे स्वस्थ जीवन है देता, पल दो पल की खुशी हमे दुखो से है उबारती।
