पिता
पिता
पिता का न समझें कोई दर्द !
कैसे वो हंस हंस छुपाए अपने दर्द !
सारा जीवन वो चलता रहे ,
अपने अपनों के लिये ,
फिर भी एक मुस्कान लिये !
पिता का दर्द न समझें कोई !
बेटी कि विदाई पर न रोए वो!!
बेटे के बाहर जाने पर हंस कर अपना दर्द छुपाए !
पिता का दर्द न समझे कोई !!