पानी रे
पानी रे


जल, नीर, पानी और न जाने कितने इसके नाम है,
दो शब्दो से बना है, पर बहुत महत्त्वपूर्ण इसके काम है,
कहीं बहता नदियों और तालाबों में,
तो कहीं छपे हुए इसके बोतलों पे दाम है,
संसार के पांच तत्वों में इसका भी एक नाम है,
बहुत सारी चीजों में आता है यह काम है,
बहुत से जीवो को यह करता जीवन प्रदान हैं,
नाम छोटा सा है पर बहुत सी चीजों का करता यह निर्माण है,
फिर लोगों में न जाने क्यों होता इसका अपमान है,
कहीं मिलाया जा रहा है इसमें नालों का पानी तो कहीं, लोग डालते इसमे अपने घर का कूड़ा कचरा सामान है,
देता जीवन सबको फिर भी न जाने क्यों कई लोग न करते इसका बचाव है,
ना जाने समझेंगे कि इसको बचाना हमारे लिए कितना महान काम है
कहीं ऐसा ना हो आने वाले समय में की इसको खरीदने के लिए देना पड़े हमें अपने जीवन का दान है