नया सवेरा
नया सवेरा
आज कोरोना से जूझ रहा है जग सारा,
लेकिन कल फिर होगा एक नया सवेरा।
आज सभी अपने घरों में भले ही कैद हैं,
पर सब कोरोना से अपना बचाव कर रहे हैं।
स्वास्थ्य-कर्मी जी-जान से हैं लड़ रहे,
हमें गर्व है कि उनका साथ हम हैं दे रहे।
कुछ लोग कोरोना के तनाव से हैं जूझ रहे,
पर अपनों की मदद से उनके हौसले हैं बढ़ रहे।
आज मुश्किल में हैं देश के मज़दूर और प्रवासी,
उनकी मदद के लिए आ रहे हैं देश के कई निवासी।
जहां पूरा देश आज हो रहा है आत्मनिर्भर,
वहीं काफ़ी कदम बढ़ रहे हैं एक नए कल कि ओर।
नही होने देना है बलिदानों को बेकार,
बस अपने आत्मबल को रखना है बरकरार।
अब सबको मिलकर है कोरोना को हराना,
और कल एक नया सवेरा सबको है लाना।
