नारी
नारी
नारी प्रकृति है, प्रकाश भी है,
आस भी है, विश्वास भी है
नारी सार भी है, संसार भी है,
जीवन का आधार भी है।
नारी गौरी है, तो महाकाली भी है,
ये कमलनयनी महारानी भी है।
मान करो, सम्मान करो
इनका ना तुम अपमान करो।
ये वृक्ष है वो जो फल देती है,
इतना ना तुम अभिमान करो ,
इनका तुम अपमान करो।
नारी सार भी है, संसार भी है,
जीवन का आधार भी है।