ना घमण्ड कर तू इस शरीर पर
ना घमण्ड कर तू इस शरीर पर
इस तन पे ना तू घमण्ड कर
एक दिन मिट्टी मे मिल जायेगा
तेरा कुछ भी ना रह जायेगा
सब यहीं रह जायेगा..!!
जिस पर है तू इतना इठलाता
वो भी कुछ ना कर पायेगे
जब तुझे यमराज
लेने एक दिन आयेगे..!!
जिसको पाने की चाहत मे
करते हो बुरे कर्म
तू क्यों समझ नहीं पा रहा
वो भी ना जायेगे तेरे संघ..!!
तिनका तिनका जो जोड़कर रखता
वो और कोई जायेगा
आत्मा तेरा तरसता रह जायेगा
मजा और कोई उठायेगा..!!
ना घमण्ड कर तू इस शरीर पर
कल यही राख मे मिल जायेगा
क्यों हसते हो तुम बुढापे पे
कल यही दिन तेरा भी आयेगा..!!