माँ हमें अब उड़ने दो :
माँ हमें अब उड़ने दो :
हम बेटियाँ किसी से कम नहीं हैं
कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है
जहाँ हमारा परचम नहीं है;
हम सीमा पर डटीं हुई हैं
हम आकाश में उड़ रहीं हैं
हम समंदर के सीने पर इठला रहीं हैं
लड़कियाँ अब कमजोर नहीं हैं
जो सिर्फ घूघँट में शरमा रहीं हैं।
हम रौशन करेंगे तुम्हारा नाम
हम तुम पर बोझ नहीं हैं,
सिर्फ हमें ब्याहने की फिक्र न करो
माँ हमें अब उड़ने दो
हमारे सपनों को सच करने दो;
हमें पढ़ने दो, सँवरने दो
हमें हौसला दो; हमें जीवनपथ पर बढ़ने दो
माँ हमें अब उड़ने दो ।।
