STORYMIRROR

Varsha Sharma

Abstract

3  

Varsha Sharma

Abstract

मम्मी ढूंढ रही किसी ने मेरा संडे देखा

मम्मी ढूंढ रही किसी ने मेरा संडे देखा

1 min
246

मम्मी ढूंढ रही किसी ने मेरा संडे देखा

 मम्मी तेरा संडे हमने रसोई घर में देखा ,खाना बनाते हुए ओ मम्मी तेरा संडे बीता

 मम्मी ढूंढ रही किसी ने मेरा संडे देखा ,

मम्मी तेरा संडे हमने अपने घर में देखा, साफ सफाई करते हुए ओ मम्मी तेरा संडे बीता 

मम्मी ढूंढ रही किसी ने मेरा संडे देखा

 मम्मी तेरा संडे हमने कपड़ों में देखा, धोकर सुखाते हुए ओ मम्मी तेरा संडे बीता

 मम्मी ढूंढ रही किसी ने मेरा संडे देखा

 मम्मी तेरा संडे हमने बच्चों की पढ़ाई में देखा ,प्रोजेक्ट पूरा करते हुए ओ मम्मी तेरा संडे बीता

अब तो मम्मीया भी संडे बनाएंगी साथ में संडे के कुछ पल चुराएंगी 

अपने लिए संडे चुराते हुए मम्मी हमने तुमको देखा

 मम्मी ढूंढ रही किसी ने मेरा संडे देखा।


राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा 

लोकप्रिय भजन


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract