मेरा भारत देश महान है
मेरा भारत देश महान है
कहीं गर्मी है कहीं सर्दी हैं कहीं मौसम में थोड़ी नमियां है
दिल को अच्छा लगता है चाहे इसमें लाखों कमियां है
कोई बुरा ना कहना इसको इसमें बस्ती
सबकी जान है वह बचपन से सिखाया गया है ना हमें
मेरा भारत देश महान है
कभी थी सोने की चिड़िया भी उड़ती थी जो पंख
फैला नजर कसूती लग गई किसी की दिए सारे पंख कटा
हंसती खेलती उड़ती अब वह चिड़िया बेजान है
लाख बुराइयां होंगी इसमें फिर भी मेरा भारत देश महान है
हर दूसरे घर में नशा बच्चे बूढ़े जवान करते हैं मखमल किसे चाहिए
जनाब यह तो रूढ़ियों पर मरते हैं करते नशा इंसान बन जाता हैवान है
चाहे जगह-जगह गिर रहा हो फिर भी मेरा भारत देश महान है
हर रोज लुटती है यहां इज्जत नर नार की
आबरू कई बेआबरू ने इसकी तार तार की
मां बहन नहीं दिखती बस हवस का शैतान है
कपड़े फट गए सारे तन के फिर भी मेरा भारत देश महान है
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई नहीं रहे अब भाई भाई
राजनेताओं ने अपने लिए करवा दी इनमें लड़ाई
कोई सिख कोई कुमार कोई खान नहीं कोई इंसान है
बट चुका है धर्मों में चाहे फिर भी मेरा भारत देश महान है
जात पात के नाम पर हर रोज ही दंगे होते हैं
रोज कमा कर खाने वाले फिर भूखे पेट ही सोते हैं
राजनीति भी कैसी चीज बनाती सड़कें ही शमशान है
चाहे भूखे पेट सो रहा है फिर भी मेरा भारत देश महान है
राजनीति भी क्या खेल है जो किसी को समझ नहीं आता है
जो इसमें आ गया बस उसको अपना स्वार्थ भाता है
आज का हाल देखो देश का कैसे सड़कों पर आया किसान है
अन्नदाता जगह-जगह रुल रहा फिर भी मेरा भारत देश महान है
राष्ट्रीय झंडे की सब दिल से इज्जत करते हैं
राष्ट्रीय गान की सब खड़े होकर हमें भरते हैं
शहीदों के लिए सबके दिलों में पूरा सम्मान है
इसीलिए मैं कहता हूं चाहे लाख बुराइयां है
इसमें फिर भी मेरा भारत देश महान है।