STORYMIRROR

मैं अबला नारी नहीं'

मैं अबला नारी नहीं'

1 min
3.1K


मैं अबला नारी नहीं ,

मैं नौचण्डी का रूप धरा


मैं इस जग में कायर नहीं ,

मैं विरांगना का रूप धरा


मैं असुर नहीं शूरवीर हूँ ,

मैं कायर नहीं कर्मशील हूँ


मैं वीरांगना नारी हूँ ,

इस जगत की न्यारी हूँ


जीवन है एक अमूल्य रत्न ,

इस जीवन में नाम करो


कुछ काम करो, कुछ काम करो

जीवन में कुछ नाम करो


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational