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SUNIL KUMAR Yede

Inspirational

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SUNIL KUMAR Yede

Inspirational

क्यों , आखिर क्यों ये बैर?

क्यों , आखिर क्यों ये बैर?

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रखो तलवार मयानों में,

तूणीर में सारे बाण रखो। 

क्या आपस में लड़ते हो,

कुछ तो अपनों का मान रखो।। 


रहें ना रहें हम लेकिन

रहें ना रहें हम लेकिन, 

ये शब्द यहाँ रह जायेगें, 

आने वाली हर पीढ़ी को

काट काट कर खायेंगे।। 2


कभी राम मंदिर पे लडे़, 

कभी बाबरी पे लडते हो। 

क्या मिलना है इस बैर से, 

क्यूं आपस में झगडते हो।। 


क्युंकि, रहें ना रहें हम लेकिन2

ये बैर यहाँ रह जायेगा, 

आनेवाली हर पीढ़ी को, 

काट काट कर खायेगा।।।।। 2


क्या धर्मों के मायने हैं? 

जब इंसानियत खतरे में। 

सारा मैल निकालो मन से, 

और फेकों तुम कचरे में।। 


क्युंकि, रहें ना रहें हम लेकिन, 2

ये मैल यहाँ रह जायेगा। 

आने वाली हर पीढ़ी को, 

काट काट कर खायेगा।।


रखो तलवार मयानों में......................।।।।।। 


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