क्या ये आजादी है?
क्या ये आजादी है?
पत्थर की मूर्ति को देवी मानकर
उसे पूजा जाता है
और घर की स्त्रियों को
दहेज के लिए ज़िंदा जलाया जाता है
जिसे यहां स्वतंत्रता का नाम दिया
जाता है........
सफेद कपड़े और टोपी वाले
को यहां नेता कहा जाता है
जो खुद भी कहीं नहीं चलता
वो यहां देेश चलााताा है
जिसे यहां स्वतंत्रता......
यहां पैसोंं से डिग्रीओ को
भी खरीदा जाता है
और सच्चा टेलेंट हमेशाा
ग़रीबी के बोझ तले दब जाता है
जिसे यहां स्वतंत्रता.......
पब जी के अलावा हमें कुछ
खेेेेलना नहीं आता है
और सवााल ये है कि
भारत ओलम्पिक में मेडल क्यु नहीं लाता है
जिसे यहां स्वतंत्रता.........
कहने को तो बेटियों को
लक्ष्मी का अवतार माना जाता है
पर रात को लड़की अकेली घर से
निकले तो साला रेप हो जाता है
जिसे यहां स्वतंत्रता.......
यहां मूर्ति बनाने के लिए
करोड़ों का खर्च किया जाता है
पर यहां अनाज उगाने वाला
खुद भूखा रह जाता है
जिसे यहां स्वतंत्रता........