STORYMIRROR

Harsh Goel

Abstract

4  

Harsh Goel

Abstract

कोरोना सबक सिखा रही है

कोरोना सबक सिखा रही है

1 min
361

दुनिया की भी हर बात निराली है,

यह कोरोना भी हमे काफी कुछ सिखा रही है।


भागदौड़ से थोड़ा रुककर, एक ठहराव ला रही है,

यह कोरोना भी हमे काफी कुछ सिखा रही है।


परिवार को पास और लोगो को घर का महत्च समझा रही है,

यह कोरोना भी हमे काफी कुछ सिखा रही है।


बाहर के खाने पीने से हटकर,

घर का स्वस्थ साधारण भोजन का महत्व समझा रही है,

यह कोरोना भी हमे काफी कुछ सिखा रही है।


धर्म जात, देश और हर भेदभाव से हटकर, मानवता को पास ला रही है,

यह कोरोना भी हमे काफी कुछ सिखा रही है।


ज़िन्दगी सहेज और साधारण बना रही है,

यह कोरोना भी हमे काफी कुछ सिखा रही है।


এই বিষয়বস্তু রেট
প্রবেশ করুন

Similar hindi poem from Abstract