कॉलेज के दिन
कॉलेज के दिन
हर ग़लती का एक नया बहाना,
और फिर सबकी नज़र मुझपर आना,
परीक्षा की पुरी रात जागना,
फिर भी सवाल देखकर सर खुजलाना,
मौका मिलते ही कक्षा बंक मारना
फ़िर दोस्तों के साथ कैंटीन जाना
उसकी एक झलक देखने रोज़ कॉलेज जाना,
उसको देखते देखते उपस्थिति भूल जाना,
हर पल है नया सपना,
आज जो टूटे फिर भी है अपना,
ये कॉलेज के दिन,
लम्हे मुझे जिंदगी भर के लिए जीने है,
याद कर लो इन पलों को
फिर जिंदगी भर मस्कुराना।