कोमल है,कमजोर नहीं
कोमल है,कमजोर नहीं
ऐसा वैसा कुछ करने का, ना दिल में कभी ध्यान लाना।
तू कोमल है, कमजोर नहीं, कमजोर न खुद को दिखलाना।
थोड़ी कोशिश करके खुद को इतना मजबूत बना लेना।
यदि कोई गलत व्यवहार करे, उसको दो बात सुना देना।
घर की सुख शांति की खातिर, थोड़ी सी चुप्पी लगा लेना।
फिर भी यदि कोई सताए, तो अपने तेवर दिखला देना।
सदा- सदा से मर्दों के अत्याचारों को सहन किया।
औरत की सहनशीलता को, उसकी कमजोरी समझ लिया।
अग्निपरीक्षा भी दे दी और बिन कुसूर वन वास किया।
चुपचाप सभी कुछ सहा, तभी तो तुझको ऐसा सिला मिला।
अब जरा बोलकर तो देखे तुझसे कोई ऐसा वैसा,
तू भी फिर खूब सुना देना, उसको ऐसा...जैसा तैसा।
