ख्वाहिश......
ख्वाहिश......
ऐ जिंदगी!
खुश हूं मैं ,
साथ तेरे हर लम्हा!
जी रही हूं मैं ,
तेरे साए तले!
हर सपने को छुआ है मैंने ,
हर रिश्ता निभाया है मैंने ,
तेरे आंचल तले |
ए जिंदगी!
अब थाम ले मेरा हाथ .....
और भी कसके,
कि बढ़ चली हूं मैं
एक नए सफर पर.......
शक्ति देना मुझे इतनी कि
ना रुकूं ना डरूं
जीवन की कठिनाइयों से !
