ख़ुद से मुलाक़ात
ख़ुद से मुलाक़ात
आज से करो
नई शुरुआत
अकेले में करो
ख़ुद से मुलाक़ात
विश्वास का पकड़ो हाथ
बनेगी नई बात
रोज़ जो तुम करोगे
ख़ुद से मुलाक़ात
ख़ुद से है जो मिलता
उत्साह से वो खिलता
विश्वास से जा मिलता
मुस्कान उसमें आ खिलता
ख़ुद से कर मुलाक़ात
जिसने काटी दिन और रात
हर दिन कहता नई शुरुआत
लो कर लो बात
ख़ुद से कर मुलाक़ात
लो कर लो बात
आज़ से करो
नई शुरुआत
अकेले में करो
ख़ुद से मुलाक़ात
सच वही बताएगा
तुम्हारी क्या औकात ?
आज से करो
नई शुरुआत
बनानी है गर बात
ख़ुद से करो मुलाक़ात।