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Niraj Kumar

Abstract

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Niraj Kumar

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कहाँ जाना चाहते हो

कहाँ जाना चाहते हो

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क्यों हो इतना मशगूल, मग़रूर तुम

आखिर कहाँ जाना चाहते हो ?


जरा ठहरो ! सोच कर देखो तुम

क्या सच में ये सब पाना चाहते हो ?


या इस भाग दौड़ में तुम

यूं ही कहीं खो जाना चाहते हो ?


क्यों अक्सर खुद में उलझ रह जाते हो ?

ऐसा तो नहीं, यहीं ठहर जाना चाहते हो ?


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