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shravan chornele

Abstract

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shravan chornele

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जनता कर्फ्यू'

जनता कर्फ्यू'

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रुको! ठहरो !! 

बाहर न निकलो

जंग है कोरोना से

एक अकेला रहकर

अपने अपने घर से

वैचारिक परिवेश में

घर से बाहर न आइए

बस इतना सा सहयोग चाहिए !


वैदिक संस्कार से

हाथ जोड़ के

करें नमन पूरा गगन

करे जतन मिलकर वतन

जीतेंगे हर जंग


हर एक दिल में

मोर नाचे कोयल गाये

पवन छेड़े संगीत

आरोह अवरोह की तान

हौसले की गीत गाइए

विश्वास जगाइए...!


मिलने से बचना है

मिलना है तो बस

साहित्यकारों के लेख से

कवियों की कविता से

विचारकों की प्रेरणा से

और आपकी सहभागिता से

कोरोना से लड़ना है

जनता कर्फ्यू को 

सफल करना है !

सफल बनाना है !!


एक समय में एक साथ

अपने अपने घर में

घी के दीये जलाना है

कोरोना के फैलते चक्र को

मिलकर

जड़ से मिटाना है ...


हर हाल में 

मिलने से बचे 

एक दूजे से

स्वसुरक्षा में ही

सबकी रक्षा है 

सुरक्षा है

जीवन की परीक्षा है.....


स्वच्छता लाएं 

सद् भावना जगाएं

खुद को केरोना से बचाएं

कोरोना खुद ब खुद 

सिमट जाएगा

मिट जाएगा .......


कोरोना का अस्तित्व

जड़ से मिटाना है

दृढ़ संकल्प से

जनता कर्फ्यू को

सफल बनाना है !

सफल बनाना है !!...

 


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