जल ही जीवन है,
जल ही जीवन है,


जल ही जीवन है हमारा,
जल बिना कुछ नही हमारा,
आओ आओ जल को बचाएं,
रोज नए पेड़ लगाएं,
जल बिना सूनी धरती,
जल बिना सूना संसार,
जल पीते सारे पशु पक्षी,
जल हम सबका आधार,
जितना करना उपयोग जल का,
उतना ही जल निकालें हम,
जो शेष बचा जल हमारा,
उसका व्यर्थ न डालें हम,
वर्षा के जल को इकट्ठा,
करके नया भूमि में डालें हम,
भूमि के अंदर जब जायेगा,
शुद्ध जल फिर कहलाएगा,
फिर से पीने के आयेगा काम,
जल धरा का अमूल्य गहना,
यहीं हम सबका कहना,
पेड़,पौधे और फूल,
जल से ही खिलते पलते,
जल है तो जीवन है,
यहीं बात हम कहते।