ज़िंदगी 💖
ज़िंदगी 💖
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कुछ करने की हो चाह, तो हर राह आसां है,
तुम दिन मानो तो दिन, और रात मानो तो रात है
मंज़िल की राह में तेरी कंटक बेशुमार है,
उसे फूलों में बदलता तेरा जज़्बा लाज़वाब है
गर नेकी की हो राह, तो फिर तो क्या बात है,
तेरी राह में खड़े मददगार हज़ार है
तू चार बार हारके भी कोशिश तो कर,
तेरे लिए उठे बंदगी के हाथ भी चार है
यूं तो बस चार दिन की है ज़िन्दगी,
पर जीना हो तो हर दिन इतवार है !