जिंदगी रूप अनेको
जिंदगी रूप अनेको
कभी खुशियों का समंदर साम्राज कभी गम आंशुओं में डूबती उतराती खुद सुकून के पल दो पल खोजती जिंदगी।।
कभी अरमानो के आसमान की परवाज तो कभी चुनौतियों से जंग लड़ती जाबाज जिंदगी।।
रिश्तों का प्यार ,नफरत दुनिया का सच कभी रिश्तों रंजिस जंगो में सिमटती उलझती अपने वजूद को तलाशती सच झूठ का झमेला जिंदगी।।नाटक,गीत ,संगीत ,मन मीत स्वर साज आवाज अंदाज़ ख़ास खासियत आगाज़ है जिंदगी।।।
मकसदों की तलाश , रफ्तार कभी यहाँ कभी वहाँ ठहराव ,रेलगाडी की तरह चलती तो नियत समय पर अपनी मंज़िल की तरफ मगर तमाम मुश्किलों से रूबरू होती कभी लेट तो कभी भटक जाती जिंदगी।।
जिंदगी उत्साह उमंग तरंग तरन्नुम तराना है कभी जीत कभी हार का सामना ।।
तमाम हालात मुकाम से गुजरती कभी दौड़ती कभी उलझती गिरती उठती संभलती दौड़ती जिंदगी।।
बुलंद इरादों ईमान की शान जिंदगी कभी दीन हींन कायर कमजोर असहाय अफ़सोस जिंदगी।।