जिंदगी की सीख : सीखने की नहीं कोई सीमा नहीं कोई उम्र
जिंदगी की सीख : सीखने की नहीं कोई सीमा नहीं कोई उम्र
सीखते रहिए, सीखने की होती नहीं कोई उम्र।
सीखो नया, दिल रहेगा जवां, स्वभाव होगा नम्र।।
वक्त की कसौटी पर होते हैं जब इम्तिहान,
तभी होती है इंसान की असली ताकत की पहचान।।
कहने को तो हर कोई, साथ देने की करता है बात
पर वक्त आने पर, अक्सर लेता नहीं कोई सार।।
रखिए खुद पर भरोसा, इससे बड़ा नहीं किसी का साथ,
पंखों से नहीं, यहां ज़िद और हौसलों से भरी जाती है उड़ान।।
वक्त की ठोकरों के बाद जब मिलती है कामयाबी,
फिर तो हर कोई कहता है, देखो वो जा रहा है मेरा यार।।
सीखते हुए चेहरे पर रखो प्यारी सी मुस्कान
इसके फायदे ही फायदे, नहीं कोई नुक्सान ।।
