Vinod Kumar Dubey

Abstract Others

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Vinod Kumar Dubey

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जीवन रथ चलाने वाले

जीवन रथ चलाने वाले

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जीवन रथ चलाने वाले।

श्रीकृष्ण जी आपको आना ही होगा।।

धरती पर बढ़ रहे अत्याचार को।

आकर तुम्हें मिटाना होगा।।

राधा और द्रौपदी की लाज बचाई।

आज फिर है महिलाओं पर आफत आई।।

श्रीकृष्ण जी सुदर्शन लेकर आना होगा।

महिलाओं की लुटती इज़्ज़त बचाना होगा।।

क्रूर दुष्टों का संहार करना होगा।

आपको फिर धरा पर आना होगा।।

मानव में आए दानवी रूप को।

श्रीकृष्ण जी आपको भगाना होगा।।

बेपटरी पर हुए मानव समाज को।

एक बार फिर सबक सिखाना होगा।।

श्रीकृष्ण जी अब धरती पर आना होगा।

संसार को भय मुक्त कराना होगा।।

दुराचारियों को पाठ पढ़ाना होगा।

गीता ज्ञान का बोध कराना होगा।।

संसार के कल्याण हेतु श्रीकृष्ण जी।

सारथी बन फिर धरा पर आना होगा ।।



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