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Deepika Jha

Romance

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Deepika Jha

Romance

इंतज़ार

इंतज़ार

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उस भोर जब तुमने

मुड़ कर नहीं देखा

कितनी वीरान शामे

इस मलाल में निकल गई

तुम आओगे तुम आओगे

तुम जरूर आओगे इस उम्मीद में ,

कितनी मेरी बाकी रातें

तेरे इंतज़ार में गुज़र गई ।


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