हिंदी- मेरी भाषा
हिंदी- मेरी भाषा
अपभ्रंश से आरम्भ जिसका
आर्यवर्त की जन्नी बनी
अनेक भाषाओं की सेतु स्वरूपा
है जिसकी हम सभी पर अनुकम्पा
हाँ वही मेरी भाषा है
हिंदी मेरी भाषा है
भारतवर्ष के उद्ग़म की साक्षी
रामायण महाभारत की दर्शी
जिस भाषा में ज्ञान प्राप्त कर
अनेक ऋषियों ने ज्ञान गंगा बहाई है
हाँ वही मेरी भाषा है
हिंदी मेरी भाषा है
जब देश हुआ था ग़ुलाम
मचा था हर ओर कोहराम
तब भारतेंदु की कलम ने जिस भाषा में
भारत दुर्दशा से सब को चेताया था
हाँ वही मेरी भाषा है
हिंदी मेरी भाषा है
जब भारतवर्ष में लहराया तिरंगा
हर ओर बही स्वतंत्र गंगा
जिसने हर ओर फैलायी ज्ञान वर्षा
नव जीवन नव अभिलाषा
हाँ वही मेरी भाषा है
हिंदी मेरी भाषा है
नया दौर नया ज़माना
नए विचार नया तराना
आपस में भारत को एक कर
जिसने बुना नया ताना बाना
हाँ वही मेरी भाषा है
हिंदी मेरी भाषा हैl
