घोंसला
घोंसला
परिंदों की तरह तिनका बटोरा
सपनों के डाली को झकझोरा
निकला उसमें से अनेकों ख्वाब
अनवरत प्रयास सपनों का महल संवारा
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आज संग है तो जीवन का उमंग है
छोटे छोटे प्रयासों का अनूठा संगम है
आते जाते रहेंगे खुशियां और गाम
डाल डाल से पाए नये नये तरंग हैं
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चिड़ई चुनमुन की चहचहाहट
मधुर गुंजनों की सुगबुगाहट
वादियों की लुभावनी चादर ओढ़े
सब मिल हमारे घोंसले को से जगमगाहट
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घोंसला हमारा रहे सुरक्षित
आए ना कभी दुखों का चित
मगन रहे मन अपने सदन में
सम्मान प्यार से कभी ना हो वंचित
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लेकिन मोह न करें खोंते से इतना
कि सब अवसर ,रिश्ता बन जाय अदना
निर्जीवों से ज्यादा सजिवों को दें तवज्जों
नहीं तो बाद में पड़ ना जाय सर धुनना
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नोट -अदना - छोटा
सर धुनना - परेशान होना
खोंते - घोंसले