STORYMIRROR

Awadhesh Kumar

Tragedy

3  

Awadhesh Kumar

Tragedy

एक तरफा प्यार

एक तरफा प्यार

1 min
501

मोहब्बत उनकी भी जायज़ थी, ऐसा ग़ुरूर था उनको,

इश्क़ मेरा भी पाक़ था, ऐसा यकीं था मुझको,

रोज़े हमने भी रखे, आयात उन्होंने भी पढ़े,


सच्चाई धुँधली सी हुई,

जब हमारे रोजे में उनकी दुआ, 

और उनके आयात में किसी और का नाम था।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy