एक रोमियो को सबक
एक रोमियो को सबक
था वो लहरी लाला
कॉलेज में पढ़ने में कम
और सुंदर लड़कियों में ज्यादा दिलचस्पी रखने वाला।
अपने आप को इतना
बनठन कर स्मार्ट दिखाता।
लड़कियां भी उसके चंगुल में फंस जाती।
और उसके साथ घूमने लग जाती।
थोड़े दिन घूम उनसे ब्रेकअप कर जाता।
ऐसे कर 6 लड़कियों को उसने बहुत घुमाया।
तरह-तरह के दिवा स्वप्न दिखाता।
छ बार तो रिश्ता तोड़ दिया।
अच्छी लड़कियों का धोखा देकर साथ छोड़ दिया।
सातवीं नयी लड़की जब कॉलेज में आई।
उसको देखा सच में ही उन महाशय को हो गया उससे प्यार।
सोचने लगा बहुत कर लिया लड़कियों से फ्लर्ट
इसको तो मैं जी जान से चाहने लगा हूं।
मौका देखकर अपने दिल की बात इसके सामने रखता हूं ।
और शादी कर इसके साथ में घर बसा लेता हूं।
मगर लड़की उसके बारे में सब पता करके आई थी ।
उसकी बहन ने उसको सब कुछ बता दिया था।
और उसको उसके बारे में चेता दिया था।
वह तो उसको सबक सिखाने आई थी।
जब उसने शादी के लिए उसके सामने प्रस्ताव रखा।
तब लड़की ने उसको ऐसा झाड़ा।
कि तुम्हारे सारे कारनामे मैं जानती हूं।
तुम कितने पानी में हो मैं पहचानती हूं।
तुम कौन हो कैसे हो लड़कियों को घुमा कर छोड़ने वाले फ्लर्ट करने वाले आशिक मिजाज बंदे हो।
मैं तुम्हारे झांसे मैं आने वाली नहीं हूं।
बस मौका ढूंढ रही थी उन लड़कियों का बदला लेने का।
आज मुझे यह मौका मिल गया है।
या तो तुम मेरे सामने से भाग जाओ।
या मैं जूते निकाल कर उन लड़कियों के साथ तुम्हारी थोड़ी पिटाई कर डालती हूं और तुम पिट जाओ।
मेरे साथ-साथ उन लड़कियों को भी मिलेगी थोड़ी ठंडक।
जिनको तुमने बीच रास्ते में दिखाई है सड़क।
किया है जिनके दिल छलनी।
आज बना दूं मैं तुम्हारी चटनी।
साथ में ले लूं उन छ लड़कियों को।
थोड़ा हाथ साफ वह भी कर लेंगी।
रोमियो महाराज ने देखा अब तो मेरी दाल नहीं गलेगी।
सरपट भागे वहां से जैसे गधे के सर से सिंग।
फिर कभी वह महाशय कॉलेज में नजर ना आए।
और अपने पिता की पकड़ में आए।
पिता ने एक बदसूरत सी कर्कश मोटी लड़की से मोटा दहेज लेकर करवा दी उसकी शादी।
इस तरह उसके मंसूबे प्यार और सुंदर बीवी पाने के लड़कियों को घूमाने के रह गए सारे अधूरे।
जिंदगी अपनी बदसूरत और स्वभाव से कर्कश बीवी के साथ बितानी पड़ी।
सुंदर बीवी का ख्वाब देखते देखते उसकी लुटिया तो डूब गई
और उसकी यह कहानी अधूरी रह गई कि सुंदर बीवी पा जाऊंगा।
और जिंदगी को सफल बनाऊंगा।