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Bhavika Jain

Abstract Classics

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Bhavika Jain

Abstract Classics

एक नज़र इंसानियत की तरफ

एक नज़र इंसानियत की तरफ

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किसिका सपना है क्रिकेटर बनना,

तो किसका खवाब है फुटबॉलर बनना।


किसी का कहना है करो ऐसा काम जो कोई न कर सके,

पर ज़रा पूछो कौन करता है नाई का काम ?


किसका स्वप्न है मेहतर बनना ?

तुम्हारा ह क्या ?


क्यों नही? ऐसा काम जो कोई नहीं करता,

पर तुम उसकी इज़्ज़त नहीं करते, भला क्यों?


ह जवाब? क्या बोलोगे अब, वो भी तुम्हारी तरह रहने वाला है,

पर बस उसके पास पैसे थोड़े कम है

इसलिए तुम घर में हो और वो तुम्हारे घर के नीचे।


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