एक नज़र इंसानियत की तरफ
एक नज़र इंसानियत की तरफ
किसिका सपना है क्रिकेटर बनना,
तो किसका खवाब है फुटबॉलर बनना।
किसी का कहना है करो ऐसा काम जो कोई न कर सके,
पर ज़रा पूछो कौन करता है नाई का काम ?
किसका स्वप्न है मेहतर बनना ?
तुम्हारा ह क्या ?
क्यों नही? ऐसा काम जो कोई नहीं करता,
पर तुम उसकी इज़्ज़त नहीं करते, भला क्यों?
ह जवाब? क्या बोलोगे अब, वो भी तुम्हारी तरह रहने वाला है,
पर बस उसके पास पैसे थोड़े कम है
इसलिए तुम घर में हो और वो तुम्हारे घर के नीचे।