एक लेखक का सपना
एक लेखक का सपना
अपनी भावनाओं के धागों में ,,शब्दों के फूलों को पीरो कर एक लेखक जब कहानी रूपी हार बनाता है ।।
तो वह क्या चाहता है??? बस यही तो ,,,
कि जब कोई पढ़ने वाला उस हार को धारण करें,,,
उन शब्दों की महक को समझे ,,,
अपनी आंखों से उस एक एक शब्दों को समझते हुए,,
अपने दिमाग से पढ़ते हुए ,,,
अपने दिल में संभाले और उन शब्दों के फूल से उसका मन ह्रदय अंतरात्मा महक उठे,,,
एक लेखक और क्या चाहता है।।।??
लेखक जो खुद में जीता है ,,
कल्पनाओं में भी अपना घर बना लेता है,,,,
एक लेखक जो दुख में भी अपनी कल्पना शक्ति से खुशियां तलाश लेता है,,,, ।
एक लेखक जिसके दुख भी अपने साथी और खुशियां भी अपने साथी होती है ।।
शब्दों के बाण से लगातार लोगों के हृदय में प्रवेश करना,,, उनके अंतरात्मा में एक नाम ,,,एक पहचान ,,,
एक सोच बनकर जीवित रहना,,,
एक लेखक का सपना और क्या होता है।।???
लेखक जिसका सपना होता है,,,
कि उसके लिखे कहानी समाज को आईना दिखाएं ,,,
समाज की कुर्तियों का नाश करें ,,,
लोग उस जीवन चरित्र को समझ पाए और समझ कर सदैव मुस्कुराते रहे,,,,,
क्योंकि किसी भी लेखक का कहानी का उद्देश्य,,,
एक ही होता है ,,,की कहानी चाहे जहां से भी शुरू हो ,,,
जैसे भी शुरू हो ,,,
चाहे उसमें कितना भी दर्द हो,,,,
संघर्ष हो ,,,मगर अंत में वह खुशियां और जीत देही जाता है।।
एक लेखक का सपना भी तो कुछ ऐसा ही होता है ,,,
कि इंसान अपने जीवन में सारे दुख और संघर्षों को भुलाकर,, अपनी जीत का और खुशियों का आदर सम्मान करें,,, स्वागत करें ,,,
और जब उसे या खुशियां किसी लेखक के,,,
किसी कहानी ,,,कविता या उपन्यास से प्रेरित होकर मिले तो।।
यह खुशी उस पाठक से कहीं ज्यादा उस लेखक के लिए होती है।।
एक लेखक वह होता है ,,,,
जिसके पास किसी भी सवाल का,,, किसी भी समस्या का काल्पनिक स्तर पर ही सही मगर हल और जवाब जरूर होता है ।।
एक लेखक अंदर से कितना भी दुखी हो ,,,मगर वह पूरी महफिल को हंसा दे और पूरा महफिल जब हंस पड़ता है तो लेखक की लेखन कला का सपना पूर्ण होता है।।
लेखक वह नहीं जो सिर्फ लिखता जाए,,,,
लेखक तो वह है जो लिखते समय शब्दों और भावनाओं में खुद को बांधता चला जाए।।
और जब पढ़ने वाला उन रचनाओं को पढ़ें तो वह भी उन शब्दों और भावनाओं में बंधता चला जाए।।
और उसे पढ़कर समाज ,,,,,
हर कदम पर जीते हुए मुस्कुराता चला जाए।।
लोगों के दर्द गमों को भुला देना,,,
रोते चेहरे को हंसा देना,,,,,,,
अन्याय को समाज से मिटा देना ,,,,,,,,,
लिख लिख कर सोते हुए को भी जगा देना,,,,,,,,
एक कायर को भी बहादुर बना देना।।,,,,,,
और गद्दारों के सीने में भी देश भक्ति और कर्तव्यों को जगा देना ,,,,,,,
यही तो एक लेखक का सपना होता है,,,,
जो खुद को कहानियों में पिरोकर ,,, दूसरों के लिए ,समाज के लिए,, लिखता ही जाए,,, लिखता ही जाए,,,,
कलम से निकले हर एक शब्द कलम की स्याही कम करते हैं।।
