दृढ़ संकल्प
दृढ़ संकल्प
उठ खड़ा हो और लगा ले
हौसलों के पर
ठान ले तुझको है जीना
ऊंचा उठा के सर
राह कितनी भी जटिल हो,
रुकना तुझे मना है
कंधे पर हो बोझ कितना,
झुकना तुझे मना है
पहाड़ को मिट्टी समझ
और चट्टान को पत्थर
ठान ले तुझको है जीना
ऊंचा उठा के सर।