दोस्ती
दोस्ती
तुम अपनी दोस्ती निभा देना
उसके निकाह पर भी उसको दुआ देना
वो छोड़ गयी तुम्हे तोह क्या हुआ
तुम उसकी याद को ही ज़िन्दगी बना लेना।
तुम चाहे खो दिया उसको
पर उसका दोस्त उसको लौटा देना
जिस्म ही अलग है तुम्हारा उस से
उसकी रूह को अपना बना लेना।